कश्मीरी सेब

कश्मीरी सेब

रचना: हिंदी भाषा शिक्षक मंच सिद्दापुर, शिरसी शैक्षिक जिला

अनुरूपता प्रश्न

उत्तर: सब्जी.

उत्तर: छेद.

उत्तर: उपन्यास.

उत्तर: सेब.

उत्तर: काला सुरा्ख.

एक अंक के प्रश्नोत्तर

उत्तर: लेखक ने कस्मीरी सेब मेवाफरोश की दुकान से लिया ।

उत्तर: गाजर को मेजों पर स्थान मिलने लगा है ?

उत्तर: प्रात:काल नाश्ते के समय लेखक ने फल खाने को लिफाफा खोला।

उत्तर: आदमी बेईमानी तभी करता है कि उसे अवसर ( मौका) मिलता है।

उत्तर: लेखक ने रेवडियाँ खरीद कर अठन्नी दी थी।

उत्तर: प्रेमचंद के कहानियों के संकलन का नाम 'मानसरोवर' है।

उत्तर: एक सेब रोज खाने से डॉक्टरों को दूर रख सकते हैं।

दो अंकवाले प्रश्नोत्तर

उत्तर: आजकल शिक्षित समाज में विटामिन और प्रोटीन के शब्दों में विचार करने की प्रवॄत्ति बड रही हैं।

उत्तर: गाजर पहले गरीब लोग अपने पेट भरने के लिए खाते थे । अमीर लोग सिर्फ उसका हलवा ही खाते थे। आब उसमें विटामिन ज्यादा होने के कारण गाजर को भी मेजों पर स्थान मिलने लगा हैं।

उत्तर: खरीददारी करते समय हमें सावधानी बरतना चाहिए नहीं तो हमें दूकानदारों से धोखा खाना पडता है।"

चार अंकवाले प्रश्नोत्तर

उत्तर: चारों के चारों सेब खराब मिलने पर लेखक ने यह सोचा कि एक सेब सडा हुआ होता तो वे दूकानदार को क्षमा के योग्य मानते और सोचते कि उसकी निगाह न पडी होगी। मगर चारों के चारों सेब खराब निकल जाएँ, यह तो साफ, दौखा है। पर इसमें उनक भी सहयोग था कि उन्होने दूकानदार पर विश्वास रखा था और सेबों को देखे बिना उसके हाथ में रूमाल रख दिया ।

उत्तर: लेखक ने बहुत साल पहले मुहरम के मेले में एक दूकान से एक पैसे की रेवाडियाँ ली थी और उसे एक पैसे के बदले में भुल से अठन्नी दी थी। घर आकर जब भूल मालूम हुई तो दूकानदार के पास दौड़ा गया । पर आशा नहीं थी कि वह अठन्नी लौटा देगा। लेकिन उसने प्रसन्नचित्त से अठन्नी को लौटा दी और क्षमा भी माँगी।