मेरा बचपन
रचना: हिंदी भाषा शिक्षक मंच सिद्दापुर, शिरसी शैक्षिक जिला
एक अंक के प्रश्नोत्तर
उत्तर : 'अब्दुल कलामजी का जन्म तमिलनाडू के रामेश्वरम' में हुआ था ।
उत्तर : अब्दुल कलामजी बचपन में अपने पुश्तैनी घर में रहते थे ।
उत्तर : अब्दुल कलामजी के बचपन में दुर्लभ वस्तु ' पुस्तक ' थी ।
उत्तर : अब्दुल कलामजी के चचेरे भाई शम्सुद्दीन थे ।
उत्तर : जैनुलाबदीन ने - लकडी की नौकाएं बनाने का काम शुरु किया ।
दो अंकवाले प्रश्नोत्तर
उत्तर : अब्दुल कलामजी के पिता आडंबरहीन व्यक्ति थे और सभी ऐशो - आरामवाली चीज़ों से दूर रहते थे । पर घर में सभी आवश्यक चीज़े समुचित मात्रा में सुलभता से उपलब्ध थीं । इस प्रकार अब्दुल कलामजी का बचपन बहुत ही निश्चिंतता और सादगी में बीता ।
उत्तर : आशियम्माजी अब्दुल कलामजी के सामने केले का पत्ता बिछाती और फिर उस पर चावल एवं सुगंधित स्वादिष्ट सांबार डालती, साथ में घर का बना अचार और नारियल की ताज़ी चटनी भी होती ।
उत्तर : जैनुलाबदीन नमाज के बारे में कहते है कि जब तुम नमाज़ पढ़ते हो तो तुम अपने शरीर से इतर ब्रह्मांड का एक हिस्सा बन जाते हो, जिसमें दौलत, आयु, जाति या धर्म - पंथ का कोई भेदभाव नहीं होता ' ।
उत्तर : अब्दुल कलामजी के पिताजी जैनुलाबदीन स्थानीय ठेकेदार अहमद जलालुद्दीन के साथ समुद्र तट के पास नौकाएं बनाने का काम शुरु किया ।
चार अंकवाले प्रश्नोत्तर
उत्तर : शम्सुददीन रामेश्वरम में अखबारों के एकमात्र वितरक थे । अखबार रामेश्वरम स्टेशन पर सुबह की ट्रेन से पहँचते थे, जो पामबन से आती थी । इस अखबार की एजेंसी को अकेले शम्सुद्दीन ही चलाते थे । रामेश्वरम में अखबारों की जुमला एक हजार प्रतियाँ बिकती थीं ।