समय की पहचान

समय की पहचान

ರಚನೆ: हिंदी भाषा शिक्षक मंच सिद्दापुर, शिरसी शैक्षिक जिला

एक अंक के प्रश्नोत्तर

उत्तर: कवि के अनुसार समय नष्ट करके मनुष्य को सुख नहीं मिलता ।

उत्तर: बहाने बनाने का प्रमुख कारण आलस है।

उत्तर : समय ईश का दिया हुआ अनुपम धन है ।

उत्तर : कवि आत्मा पर विश्वास करने को कहते हैं ।

उत्तर : समय के खोने से पीछे पछताना पडता है ।

उत्तर : समय को जो अपना सच्चा साथी बना लेगा वह अपने काम में सफल होगा ।

उत्तर : समय की पहचान कविता में यह संदेश दिया गया है कि काम करने का जो अवसर प्राप्त होता है उसे व्यर्थ जाने नहीं देना चाहिए ।

उत्तर : मानव आलस से ही बहाना बना रहा है ।

उत्तर : मानव को समय की चिंता नहीं है ।

उत्तर : समय के खोने से पछताना होगा ।

दो अंकवाले प्रश्नोत्तर

उत्तर: मनुष्य को समय नष्ट नहीं करना है।. सतत परिश्रम करने से आलस और बहाने बनाना छोड़कर काम करने से मनुष्य को सुख की प्राप्ति संभव है।

उत्तर: हर समय को सुसमय मानकर मनुष्य को काम करना चाहिए। आलस और बहाने बनाना छोड़कर, जो काम कल करना है उसे आज ही कर लेना चाहिए।

उत्तर : मनुष्य को मन लगाकर अपना काम करना चाहिए। अपने सामर्थ्य को जानकर आत्मविश्वास से काम करना चाहिए। प्रत्येक समय को सुसमय मानकर अपना काम करना चाहिए। ऐसा न करने पर हमेशा उसे पछताना पडेगा।

उत्तर : समय के खोने से वापस नहीं मिलेगा ,वह कितना भी धनिक , चक्रवर्ती क्यों न हो । समय ईश का दिया हुआ अनुपम धन है । कोई द्रव्य इसकी समानता नहीं कर सकता है । ऐसा सुसमय फिर नहीं मिलेगा । इसलिए इसे खोने से पछताना पडता है ।